पता नही बिछड़ कर खुश वो है या मैं, पता नही मुस्कुराने की वजह क्यों बेवजह हो गयी, पता नही Fb, Instra Whatsapp हर जगह से दूर -दूर हैं हम, फिर क्यों लगता है नजदीक हैं हम , पता नही ।। जब उसको कदर थी मेरी तो, मैं लापता हो गया था , अब ढूंढ लिया हूं खुद को तो उसका पता नहीं ।। तुम पास से गुजरते हो, तो एक हल्का शोर सुनाई देता है , तुम बुलाते हो या नहीं इसका कुछ, पता नहीं ।। आज चाहतों की मुफिलसी है, तो वजह मेरी गफलतें ही हैं , मगर अब चाहतों का परवाह कहां से सीखा? पता नहीं इरादे मेरे खराब थे या नीयत तुम्हारी कब कैसे और किससे खता हुई पता नही उन्होंने पूछा कि क्या अब भी मोहब्बत है मुझसे aksh नफ़रत नही है मगर मोहब्बत का कुछ पता नही कुछ पता नही #yourquote #memories #ohgod #pastdaysmemorable #dairyquotes #unknown