भोपाल कि कहानी । आज फिर दोहरायी गयी । विशाखापतनम मे ऋषाओ हुआ । ज़िन्दगी को घांव हुआ । मौत का खिचाओ हुआ । हवा मे जेहेर मिला । कितने चड गये बली । देश मे मच गयी खलबली । कोरोना क्या कम था । जो ये भि होना था । मौत के निन्द कितनो को सोना था । एक सेहेर जो बन्द पडा था । देश के साथ ढ़त कर खडा था । आज टूट गया है वो । आँखो मे लोगो के सपने । कुछ पराये और कुछ अपने । सबने किसिना किसी को खोया । हर कोई बहोत रोया । सुना था भोपाल के बारे मे । मौत के गलयारे मे । आज मेहसूस भि कर लिया । एक छोटा सा हादसा । खौफ़ का मंजर । मौत का खंजर । ज़िन्दगी को बना दिया बंजर । #Hope #Gas #tragedy #Nojoto