रंजिसे थोड़ी बहुत तो , साथ रहती है हमेसा तुम मगर वादा करो तुम ,जिंदगी भर साथ दोगी जब हमें खाने लगेंगे जिंदगी के ये अंधेरे और ठुकराने लगेंगे रोशनी से दोस्त मेरे जब हमें ये जिंदगी भी बेवफा लगने लगेगी जब हमे इस मर्ग में सच्चाइयां दिखने लगेगी जब हमारा साथ दुनिया का उजाला छोड़ देगा तब बताओ तुम हमारा हाँथ उठकर थाम लोगी तुम मगर वादा करो तुम जिंदगी भर साथ दोगी जब हमारा आईना भी उम्र का शिकवा करेगा जब हमारा जिस्म थककर मान लेगा हार अपनी जब जवानी छोड़ देगी साथ मेरा दूर चलकर जब मेरे हालात पर हँसने लगेगा ये जमाना तब बताओ उस समय तुम दिलनशीं मुस्कान दोगी तुम मगर वादा करो तुम जिंदगी भर साथ दोगी ©Sultan Mohit Bajpai रंजिसे थोड़ी बहुत तो साथ रहती है हमेसा । तुम मगर वादा करो तुम जिंदगी भर साथ दोगी ।। जब हमें खाने लगेगें जिंदगी के ये अंधरे और ठुकराने लगेगें रोशनी से दोस्त मेरे जब हमे ये जिंदगी भी बेवफ़ा लगने लगेगी जब हमे इस मर्ग में सच्चाइयां दिखने लगेगी जब हमारा साथ दुनिया का उजाला छोड़ देगा