जीवन के जटिल जंजाल से, कभी ना हो क्षुब्ध, तो तुम बुद्ध हो! तमस से होकर भयमुक्त, संयम के हो जाओं प्रबुद्ध तो तुम बुद्ध हो! हटा दो आडम्बर का अम्बर, मिटा दो अभिलाषाओं का युद्ध, तो तुम बुद्ध हो! दया करुणा के पोषण से, मन को करलो शुद्ध, तो तुम बुद्ध हो! ©Anand Dadhich #बुद्धपूर्णिमा #kaviananddadhich #poetananddadhich #hindiquotes #bengalurupoets #poetsofindia #BuddhaPurnima