White फर्ज और जिम्मेदारियां निभाते हुए एक मशीन की तरह बन जाते है जीते है सभी की जरूरत के लिए ख्वाब सारे जमीन पर धरे रह जाते है कलियाँ खिलती नहीं शाख पर फूल खिलने से पहले मुरझा जाते है दबे ही रह जाते है अहसास दिलों मे आँसू आँखों मे भरे रह जाते है सोचे कभी अपने लिए वो वक्त नहीं मिलता राहे गुजर जाती है और हम वही ठहर जाते है देखा जब पलटकर आईना मैंने खुद को पहचान न सके पता ही न चला कब जिन्दगी के सारे मौसम बदल जाते है निभाते निभाते तुझे ए जिन्दगी चल अब हम ही गुजर जाते है ©Ravikant Dushe #Sad_Status