मौत मौत अभिशाप नहीं, ये तब समझ आता है । जब रूह सांसे लेती है , और तन साथ छोड़ देता है ।। मुश्किलों के पर्वतें चढ बसाया दुनिया हमारा उजड़ जाता है । कहीं उम्मीदों का एक तिनका भी नजर नहीं आता है ।। रिश्ते जब मरने लगते । अपने भी नज़रे फेरने लगते ।। जब दुनिया पर बोझ हम बन जाते । औरों को कुछ दे नहीं पाते ।। तब मौत सुन्दर सौगात हैं लाता । अपनी बाहों में है सुलाता ।। #मौत #मौतकाइंतज़ार #मौत_जिंदगी #मौत_की_नींद #मौत_सुकून #Pk_Pankaj