#OpenPoetry दुनिया की अफवाहो से किनारा कर लिया होता किये वादो का थोडा सा सहारा कर लिया होता हम दोनो ही संग रहते खुश रहते अगर हमने इक दूजे की चाहत पर भरोसा कर लिया होता दिलो मे फूल चाहत के खिले थे याद तो होगा जख्म आपस मे दोनो ने सिले थे याद तो होगा ये गलियॉ हमको जो वीरान लगती है बताओ तो हम दोनो यही पर तो मिले थे याद तो होगा #OpenPoetry #तन्हाहम. #अकेलेतुम. #रोचक