न जाने कितने दर्द, सहती है लड़कियां। फिर भी खुश और चुप, रहती है लड़कियां।। हर रिश्ते को निभाने का, रखती है हौसला। साथ में करती है, हर समस्या से, लड़ने का फैसला।। चाहे समस्या घर की हो, या फिर बाहर की। चाहे पैसे की हो, या फिर अपनो के टूटने की।। हर पल एक नया हल, खोज देती है लड़कियां। अपनो को जोश, आत्मविश्वास से, भर देती है लड़कियां।। पिता का अभिमान, मां की लाड़ली होती है लड़कियां। बहन की हमजोली तो, भाई की दुलारी होती है लड़कियां।। इनको गलत बोलने से पहले, अपने अंदर झांकना। हम कितने सही है, एक बार खुद से पूछना।। कभी इनका साथ, देना पड़ जाए तो बखूबी देना। कोई बोले इन्हे गलत तो, सामने वाले को समझा देना।। पता नही कहाँ से, इतनी शक्ति लाती है लड़कियां। दर्द को छुपा कर के, मुस्कुरा लेती है लड़कियां।। ©Naman Gupta #लड़कियां