Come back जब जब हवाएं सरारत करतीं है जुल्फें उसकी कयामत लगती है चमक सूरज की जब पड़े चहरे पे दिन में भी वो चांद सी लगती है शादाब कमाल #मोहब्बत_से_खाक_तक #तहजीब_ए_अख्लाक़ #सरारत #जुल्फें_जो_खुले #कयामत #SAD Ritika Singh