क़हर ही क़हर है, वबा ही वबा है, बस इतना समझ लो कि क़ुदरत ख़फा है ! है सहमा हुआ आज इंसान ' ऐफ़ी ', परिंदों, चरिंदों की ये बद्दुआ है ! ( वबा ) - महामारी ( चरिंदों ) - चरने वाले जानवर --> Nirdesh Affy क़हर ही क़हर है, वबा ही वबा है, बस इतना समझ लो कि क़ुदरत ख़फा है ! है सहमा हुआ आज इंसान ' ऐफ़ी ', परिंदों, चरिंदों की ये बद्दुआ है ! ( वबा ) - महामारी ( चरिंदों ) - चरने वाले जानवर