*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“21/7/2021”*🌫️ 🌥️ *“बुधवार”*⛅ “जीवन” में “मनुष्य” को “सफलता” पाने के लिए “उचित मार्ग” पर चलना होता है, किंतु उससे भी “अधिक महत्वपूर्ण” है ये समझना कि उस “मार्ग” पर चलते हुए हमें “कब रूकना” है और “कब चलना” है, ये “सीख” अत्यंत “आवश्यक” है देखिए अब एक छोटा-सा वाक्य है, “रोको मत जानें दो” इस वाक्य का “अर्थ” क्या है ? किसी को “मत रोको” जो “जीवन” में आगे बढ़ रहा है उसे “बढ़ने” दो, उसके “मार्ग” में “बाधाएं” उत्पन्न मत करो, अब इसी छोटे से “वाक्य” में एक अनुचित स्थान पर रूक जाइए, “रोको...मत जानें दो” अब इसक अर्थ क्या हुआ ? कि इस “व्यक्ति” को “रोको” इसे “जीवन” में आगे मत बढ़ने दो, इसके मार्ग में “बाधाएं” उत्पन्न करो,अब इस छोटे से वाक्य में मैं एक “अनुचित स्थान” पर आकर रूक जाने से सोचो “कितना अंतर” होगा,ये सीख कितनी महत्वपूर्ण है ये सीखिए किन्तु ये “सीख” हमारे जीवन में कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है ये समझिए, समझ जाइए,सीख जाइए कि जीवन में कब “आगे बढ़ना” है और “कब रूकना” है, मन प्रसन्न रहेगा... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“21/7/2021”*🌫️ 🌥️ *“बुधवार”*⛅ #“जीवन” #“मनुष्य”