तेरी यादों ने मुझे सोने ना दिया दिन रात तड़पते रह गए हम तेरे वादों ने मुझे रोने ना दिया खुशियाँ मिटी बस रह गए हम तू जब मेरे पलकों मे आती थी,रोज सुनहरे सपनों को सजाती थी कसकती है कहीं तेरी भी कमी,तू रोज गुल को गुलिस्तां बनाती थी तू अब भी मेरी यादों मे है बसी कैसे तू रूठो को मनाती थी तूने बीज बैर के बोने ना दिया तेरी यादों मे है मेरी आँखे नम तेरी यादों ने मुझे सोने ना दिया दिन रात तड़पते रह गए हम तेरे वादों ने मुझे रोने ना दिया खुशियाँ मिटी बस रह गए हम तूने फूल झोली मे मेरे जो रखा,खुशबू देता है वो हर जगह पूछता है वो तेरा ही पता,तूने जीने की मुझको दी है वजह तेरा प्यार इसकी आँखों मे है दिखा,जो देता है बस तेरी ही सदा इसने पलकें मेरी भिगोने न दिया,इसकी प्रेम धारा मे बह गए हम तेरी यादों ने मुझे सोने ना दिया दिन रात तड़पते रह गए हम तेरे वादों ने मुझे रोने ना दिया खुशियाँ मिटी बस रह गए हम प्रकाश प्रकाश