तुम्हारे इंतज़ार में चेहरे पर मुस्कान सजा रखी है मेरे होठों पर जो मीठी बात है उसको दबा रखी है तेरे इंतज़ार में अपनी पलकें बिछाई है मैंने तेरी सारी थकान मिटाने के लिए मैंने तेरे कदमों की आहट पर अपनी जान बिछा रखी है तेरे इंतज़ार में सुबह से शाम हो रही है तेरे इंतज़ार में दिन से रात ढल रही है तेरे इंतज़ार में हर घड़ी गुज़र रही है मेरे इंतज़ार की आदत को देख अब इंतज़ार भी तेरे इंतज़ार कर रही है ♥️ Challenge-913 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।