राम नाम ही जग से तारे। रूप अलौकिक जिनके प्यारे।। सुबह-शाम तू जपता जा रे। दशरथ नंदन राम दुलारे।। ©Bharat Bhushan pathak #राम राम नाम ही जग से तारे। रूप अलौकिक जिनके प्यारे।। सुबह-शाम तू जपता जा रे। दशरथ नंदन राम दुलारे।।