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जब चारों तरफ़ निराशा दिखती थी तो तू थी जिससे मिलके

जब चारों तरफ़ निराशा दिखती थी
तो तू थी जिससे मिलके सारी निराशाएं दूर हो जाती थीं
क्यूंकि तूने कहा था की
कभी छोड़ के जाने की बात नहीं होगी
पर आख़िर किसी बहाने से छोड़ ही दिया न मुझे...
इक तू साथ था जब कभी अकेला नहीं लगा..
क्यूंकि तेरा साथ मेरी जीत थी...
कौन मेरी बकबक सुनेगा बस ख़ामोशी बची रह जाएगी..
 अब तो बस हारना ही है..
टूट गई सब हिम्मत..
सब कुछ ख़त्म होने जा रहा है मेरा...
मुझसे दूर नहीं रहा जा रहा..
और तेरे गुस्से की डर से हिम्मत भी नहीं हो रही...
तेरी डांट से डर लग रहा है...

आ जा न वापस...
इतनी मिन्नत पर तो तेरे भगवान शिव भी पिघल जायेंगे ...
मान जा न...
मेरी पूरी कायनात दूर है मुझसे
दे दे मेरी दुनियां 🙏🙏🙏🙏🙏
प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़..
समझ ले मुझे यार थोड़ा भी.. नहीं रह पाऊंगा न तेरे बिन...
@IMYTMI@
🤜🤛🩷🩷💜💜😔😔😔😔

©इक _अल्फाज़@airs
  #astrology