फिर पूनम सी मुस्काई वो सरक जरा नजदीक आई वो, बोली तू मुझमें मैं तुझमें यादें थी तेरी हर पल ही गाई वो। दौर ए गुफ्तगू यूं चलता रहा बोलती रही वो मैं सुनता रहा, ना आई नींद ना आंख ही खुली इश्क कुछ इस कदर बढ़ता रहा। please see caption #khwab #poetry #mulakat #swal #kavi #takrar #ishq #swal #najdikiyan #haqikat हां कल भी हुई थी रात अनायास ही उनसे हुई, ख़्वाबों में अलसाई सी यकायक फिर मुलाकात। लफ़्ज़ थे ठहर से गये