खयालों में मेरे जो अजब सा जहर है, तेरी ही दुआओं का सारा असर है| कदम जो भी मेरे उधर के इधर हैं, मजे में नहीं मैं ये नशे का कहर है| अब यादों का मेरी कहीं ना जिकर है, के मैं हूं नहीं हूं ये किसको फिकर है.... #ख्याल #जहर #कहर #असर #फिकर #दुआओं #शायर_ए_बदनाम