देख़ो चैत्र महीना आया संघ अपने कई रंग लाया गेंहू खेत खलिहान में शोभते, सरसों के पीले दाने खेतो में गिरते दलहन खलिहान में खुशबू बिखेरते देखो दादी काकी बुआ आती संघ अपने झोला-झोली बाल्टी लाती और खलिहान में जा तैयारी करती खलिहान के किनारे आम के पेड़ पर कोयल गीत सुनाती कोयल गीत सुना सब के मन को मोहती और आम के मंजर(आम के फूल)खुशबू बिखेरती । देखो चैत्र महीना आया संघ अपने कई रंग लाया । ©Mamta Kumari #चैत्र का आगमन