जो कभी धड़कता था किसी अपने के लिए. बहते अश्कों का क्या करें. जो कभी निकलती थी खुशी के लिए.. खामोश लबों का क्या करें . जो कभी बोलते थे तारीफ उनकी बेजान से पड़े इस जान का क्या करें.. जो किसी जान की जान हुआ करती थी... K. K #Nojoto # दर्दे दिल का क्या करें