ना जाने वो सुबह कब आयेगी जब बेटी अकेली ही बाहर को जा पायेगी ना जाने वो सुबह कब आयेगी अकेली बाहर को गयी बेटी की चिंता किसी मां को नहीं खायेगी ना जाने वो सुबह कब आयेगी जब किसी बेटी के "ना" कहने के बाद भी सड़क पर ज़िन्दा जलने के बजाय सड़क पर ज़िन्दा घूम पायेगी।। ना जाने वो सुबह कब आयेगी.........?? वो सुबह कब आएगी, जब एक समाज के तौर पर हम औरतों को उनके जीने का बुनियादी हक़ दे सकेंगे। हैदराबाद की घटना ने दिल दहला दिया है। हृदय ख़ून के आँसू रो रहा है। अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता। केवल अपने हृदय में झाँका जा सकता है। आख़िर हम क्या थे और क्या होते जा रहे हैं! #सुबहकबआएगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi