तेरा नाम लूं तो हवाएं चलें, तेरा नाम लूं तो धड़कन चले, तेरा नाम लूं तो सुबह चले, तेरा नाम लूं तो दिन ये ढले, क्या यही प्यार है, क्या यही प्यार है... यह खामोशियां कुछ कहने लगी, यह बेताबियां क्यों बढ़ने लगी, क्यों धड़कन मेरी बहकने लगी, क्यों सांसे मेरी महकने लगी, क्या यही प्यार है, क्या यही प्यार है... यह खुशबू तेरी आवाज की, महक आने लगी मेरी जिंदगी, दुआओं में तू बसने लगी, सांसो में तू बहने लगी, क्या यही प्यार है, क्या यही प्यार है... सुला ना सकेंगी ये सर्दी की राते, जब तक याद आये तेरी मीठी यादे, ये दिल कर रहा हे तेरी ही बातें, दिल ही जनता ही दिल की ये बातें, क्या यही प्यार हे, क्या यही प्यार हे... तेरा नाम लूं तो हवाएं चलें, तेरा नाम लूं तो धड़कन चले, तेरा नाम लूं तो सुबह चले, तेरा नाम लूं तो दिन ये ढले, क्या यही प्यार है, क्या यही प्यार है... क्या यही प्यार है