की कितना कुछ सुना गए वो , जिनपे मैने हक जमा रखा था की अपने हैं वो । और मुझे पता ही नही चला की कब अपने कहते कहत हम पराए हो गए । दर्द पराए होने का नहीं है , दर्द उनके अल्फाजों में कही गई बातों की है । जो अंदर ही अंदर कितने घाव कर गए , दिखता नहीं पर दर्द होता है । ©Avnish Singh #Nojoto #shyari #Dil__ki__Aawaz #broken_family #Ha #rayofhope जाकिर हुसैन