White कितने सालो बाद मिली हो फूल जैसी नहीं खिली हो... खिली तो थी पर तुम कही गुम हो गऐ, अपने हालातो के कारण मजबूर हो गए मैं भी धारा के साथ बह ली जिससे parents ने कहा शादी कर ली.... तुम खुश हो?????? खुश ही समझो, जिम्मेयदारी है परिवार की जिन्हे नकार नहीं सकती प्यार क़ो भूली नहीं... पर याद कर दिल क़ो जला भी नहीं सकती अपना बताओ.... शादी तो मैने भी की पर खुशियों से महरूम रहा तुम तो ओलाद वाली हो मैं बेऔलाद रहा शायद तुम्हारी आहो का नतीजा है.. क्यो कि तुम्हे अपना ना सका, डर गया था अब कुछ नहीं कहना, तुम क़ो देख कर सुकून मिला, ये ज़िन्दगी तो निकल गई.... अगली बार गलती ना होंगी... जो इस जनम हुई है.... ©puja udeshi #love_shayari #pujaudeshi