एक अजनबी हसीना से एक अजनबी हसीना से, जब भी मैं मिलता हूँ। जाने कौन सी बात है उसमें, मैं कहीं खो जाता हूँ। बेशक बात नहीं होती उससे, यूँही खुश हो लेता हूँ नियत बुरी नहीं रखता उसपे, उसकी राह मैं तकता हूँ। उसी राह से वो निकलती है, जिस राह से मैं गुजरता हूँ। न कोई रिश्ता,न कोई वास्ता, क्यों मैं उसे याद करता हूँ। ??? अजनबी हसीना। #Ajnabi #अजनबी #nojoto #हसीना