Trust me सदियों के पतझड़ बाद..फिर से बाहर लाए हैं..! हम आज इश्क की तमन्ना में दिल हार आए हैं...! वो जो तेरी जुल्फों की लट,मेरे दीदार की दीवार थी ना.. आज हम उन्हें अपने हाथों से सवार आए हैं...! तेरे लफ्ज़-ए-इज़हार पर इसलिए भरोसा कर लिया जल्दी.. पहली दफा थोड़ी ना है कई बार धोखा खाएं हैं..! हम बेवजह मोहब्बत-ए-इल्जाम तेरे तसव्वर पर लगाते रहे.. यकीन करों, सच कहूं तो दोषी तेरी निगाहें👁️ हैं...! रहने लगे थे उदास उसके जाने के बाद ....लेकिन तुमसे मिलने के बाद दिल में फिर से करार लाए हैं..! हम आज इश्क की तमन्ना में दिल हार आए हैं...!! Sachin #ham_aaj_fir