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शोर जब खुद का हो! तो साँस कहाँ से आये? झुकी पलक सि

शोर जब खुद का हो! तो साँस कहाँ से आये?
झुकी पलक सिर्फ आशु लिये,! दीदार ही क्या चाहे?
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रोज़ जिंदगी इसी होगीं ? अब इतवार क्यू ही आये ?
शोर जब खल मे हो! बिन बारीश बसंत देख पाये ?
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ख्वाब तो तलाश है! हकीकत तुम साथ आए?
शोर जब विश्वास हो! रिश्ते और भगवान बचा पाये!
Written by @shripnya_pandey

©Shripnya Pandey
  शोर जब विश्वास हो,
रिश्ते और भगवान बचा पाए!
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शोर जब विश्वास हो, रिश्ते और भगवान बचा पाए! . . . . . #OriginalPoem #Hindi #nojohindi #originalpoetry #nojotoshort #indorepoem

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