मैं ज़र्द हवा रेत सी हूँ और वो,. यहाँ से वहाँ तक फ़ैला मिज़ाज़न रेगिस्तान समंदर ©'अल्प के थोड़ा-थोड़ा प्यार हुआ तुमसे के ज्यादा भी होगा तुम ही से,.. मैं रहता हूँ तेरे पास कहीं अब मुझको मेरा अहसास नहीं #stebinben