"घूँघट की आड़" ( लघुकथा) पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक मे पढ़े । रचना क्रमांक :-1 @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "घूँघट की आड़" ( लघुकथा) घूँघट की आड़ में ये समाज ना जाने कितनी लड़किया को आगे बढ़ने ने से रोकती है। समाज क्या सोचेगा यह सब सोचते हैं लेकिन अपनी बेटी के भविष्य के बारे में कुछ नहीं सोचता।