कितनी भीड़ है मेरे आस पास कोई खबर कर नही सकता कितना गमगीन हु उसकी वजह से कोई उसे बता नही सकता हर लम्हा बिताता हु उसकी याद में मैं कितना मजबूर हु उसे बता नही सकता मेरी राहें है काटें भरी उस पर फूल कोई बिछा नही सकता मैं गुजर रहा हु मायूसी के दौर से चेहरे पर मुस्कुराहट कोई ला नही सकता उसका घर यही नजदीक है मजबूरी है मैं वहा जा नही सकता। #खबर #गमगीन #भीड़ #मायूसी #फूल #रास्ता #yqdidi #yqbaba