Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुस्ताख-ए-हुजूर अब माफ भी कीजिये, पैरों के निशान म

गुस्ताख-ए-हुजूर अब माफ भी कीजिये,
पैरों के निशान मेरे घर को भी कीजिये ।

काशी - गंगा में क्या रक्खा है मेरे आका,
झुग्गी-झोपड़ियों का भी ध्यान कीजिये।।

©Amit Rawat #HandsOn #For #justice #poor #background 






#God #Pray #humnity #meditation
गुस्ताख-ए-हुजूर अब माफ भी कीजिये,
पैरों के निशान मेरे घर को भी कीजिये ।

काशी - गंगा में क्या रक्खा है मेरे आका,
झुग्गी-झोपड़ियों का भी ध्यान कीजिये।।

©Amit Rawat #HandsOn #For #justice #poor #background 






#God #Pray #humnity #meditation
amitrawat6080

Amit Rawat

New Creator