खता किसी की है सज़ा कोई काट रहा है दो सिरफिरों के कारण इंसान गला काट रहा है। मुल्क-ए-शान अपनी जगह है सीमा- सरहदें अपनी जगह है कुरुरवादीकता का आलम है आम आदमी सजा काट रहा है। इससे पहले की मानवता खत्म हो पल भर की करतूत सदियों का जख्म दे हमें इंसानियत की तलवार उठाना होगा इस युद्ध पर हमें विराम लगाना होगा। ©Ramanuj Tiwari ##war