कोई ये बताएं मुझे की मैं तन्हा क्यों हूँ, जो कल हमारा था, वो आज किसी और का क्यों है। अगर यही दुनिया की रीत है , तो ऐसी रीत क्यों है। अगर प्यार हैं , तो फासला क्यों है। अच्छा ...... तुम मेरे हो??? तो फिर ये नाराजगियाँ क्यों है।। कोई ये तो बताएं मुझे की मैं तन्हा क्यों हु????? #अल्फ़ाज़ऐजिंदगी , #कठिनसमय , #अकेलापन_और_तन्हाई