बैठकर चला गया मेरा बचपन और वह कश्तियाँ मुझे सिखा गई कि कमज़ोर होने के बाद भी हम बिना डगमगाए अपनी मंजिल तक पहुंँच सकते हैं और दूसरों को भी उनकी मंजिल तक पहुँचा सकते हैं। 7/365 हम सफ़र पर निकले, काग़ज़ की कश्तियों में... #काग़ज़कीकश्ती #collab #writingresolution #365days365quotes #shubhiquotes #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi