Hindi shayari quotes प्यार यूं तो उसे हमने हमदम से बेसूमार था, दिन रात यादों में तड़पना भी बेहिसाब था। हर रात बिखरती दिन में टूटा करती थी, जब भी एक दिन उसकी बात न हुआ करती थी। जिंदगी में उसके हमसफ़र का नाम तो था, जीने के लिए मगर उसके पास मिलों की दूरी का साथ था। ऐसा नहीं था कि उसके हमदम को प्यार नहीं था, देश प्रेम से बढ़कर दोनों का प्यार नहीं था। ऐसा नहीं की उसका प्यार ही सीमाओं पर लड़ता है, दिन रात उसे भी घर आंगन और अपनी सीमाओं में खतना है। दोनों अपने अपने दम पर जिंदगी से लड़ते है, जब मिलते हैं एक दूसरे से फिर टूटकर बिखरते हैं। इस ख्याल के साथ अगली बार का साथ मुनासिब है भी या नहीं, उन दिनों में जी भर के जीते हैं कि फिर मिलते हैं भी की नहीं। और फिर उसका हमदम यूं ही चला जाता है, उसने जाने दिया हमदम को क्यूंकि देश प्रेम हमदम को बुलाता है। उसका हमदम देश प्रेम में छोड़ चला जाता है, कभी कभी देश के ध्वज में फिर लोट आता है। कभी न जाने को न फिर उसके वापस आने को , जाने दिया 'किरन' उसने कि हमदम को देश प्रेम बुला ले जाता है। #NojotoQuote वो हमदम और देश प्रेम #देशप्रेम #हमदम #प्रेम