दूर खड़े एक मंजिल से, निहारे हम दिनों रात, आज मिली न कल मिली, मंजिल इतनी पार, फिर भी हरी साथ, और नाथ का द्वारा है, क्यों रुके अब भी हम, जब दिल में एक भीसंड उंजाला है। 🙏🏻 शुभप्रभात 🙏🏻 ©ek anjan lekhak Good morning #ekanjanlekhak #Morning #DailyMessage #Live #Love