मै पथिक हूं नया, तेरी राहों में मेरे साथ मेरा हाथ थाम कर तो चल, अभी अभी शुरू किया है मैंने जिंदगी का सफर, हौसला भी है और जज्बा भी बहुत है, पर थक जाता हूं जल्दी थोड़ा सब्र तो कर, मै पथिक हूं नया मेरे साथ तू चल लक्ष्य है बड़ा और मंजिल भी है बहुत दूर , विश्वास है बड़ा और भरोसा भी है खुद पर ठहर जा मंजिल, मेरा थोड़ा इंतजार तो कर ठहर जा मंजिल, मेरा थोड़ा इंतजार तो कर मै पथिक हूं नया मेरे साथ तो चल।। - " Ek Soch" 🎀 Challenge-229 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 50 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।