कभी जंजीरो से जकडा मैं कभी हुआ आजाद कभी सोने की चिड़िया मैं कभी अकबर जाँबाज एक तिरंगे पे अशोका है मेरी पहचान मुझको भी जानो यारो मै हूँ हिंदुस्तान कभी आर्य का ज्ञान मैं हूँ भी चंद्र पाषाण कभी टैगोर के गान मैं हूँ कभी कौटिल्य महान एक तिरंगे पे अशोका है मेरी पहचान मुझको भी जानो यारो मै हूँ हिंदुस्तान कभी नालंदा की शिक्षा मैं हूँ कभी हिमालय की चट्टान कभी कवियो की वाणी मै हूँ कभी कुरूक्षेत्र का संग्राम इन सब से जो बनी है गाथा है मेरी कीर्ति का प्रमाण एक तिरंगे पे अशोका है मेरी पहचान मुझको भी जानो यारो मै हूँ हिंदुस्तान कभी अभिनय मे अमिताभ मैं हूँ कभी वीरो मे प्रताप कभी शुन्य का अविष्कार मैं हूँ कभी पोरस की ढाल एक तिरंगे पे अशोका है मेरी पहचान मुझको भी जानो यारो मै हूँ हिंदुस्तान कभी इंदिरा की लल्कार मैं हूँ कभी झाँसी की हुँकारा कभी माँ टेरेसा की पुकारा मै हूँ कभी लता की फुहार एक तिरंगे पे अशोका है मेरी पहचान मुझको भी जानो यारो मै हूँ हिंदुस्तान #independenceday #poem #writing #shayari #quotes #writing #writer #hindustan #yq #india #bharat #ashoka #poet_gram #0 #1 #news #yourquotes #alfaz #dil #khamosi #voice #ndtv #hindiwriter #hindipoetry #nojotohindi