चमकते सितारों के बीच का आसमान सारा, यहाँ दिल पहाड़ भी है और जरा फसाना भी। मर्जी तुम्हारी तुम्हें पढ़ना क्या है, मेरे पास यादों का कबाड़ भी है और खजाना भी। ताजमहल बनालो या जला लो जंगल सारा, मेरे पास सूखा झाड़ भी है और तराना भी। ढूँढना चाहो तो ढूँढ लो मुझे खुद में, मेंरे पास आँसुओं की आड़ भी है और मुस्कुराना भी। #confliction #NojotoDelhi #Nojoto #poem #poetry #Quotes #thoughts