F.R.I.E.N.D.S मे यादों का किस्सा खोलूं तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है, मैं गुजरे पल को सोचूं तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है अब जाने कौनसी नगरी मे आबाद है जाकर मुद्दत से ! मैं देर रात तक जागुँ तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है, कुछ बातें थी फूलों जेसी कुछ लहजे खुशबू जैसे थे मैं शहर-ए-चमन में टहलुं तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है ! सबकी जिंदगी बदल गई... एक नए सिरे में ढल गई... किसी को नौकरी से फुरसत नहीं, किसी को दोस्तों की ज़रूरत नहि... सारे यार गुम हो गए है, "तु" से "तुम" और "आप" हो गए हैं... मैं गुजरे पल को सोचूं तो कुछ दोस्त बहुत याद आते है । ©The word bucket follow : @the_word_bucket_ . #friends #lostfriends #yaari #Dosti