मेरी नजर में प्रेम सर्वाधिक साहित्य और संगीत में गढ़ा जाता है गढ़ा भी क्यों ना जाये ? हाथोंहाथ जो पढ़ा जाता है नहीं, पढ़ा जाता है तो बस व्यथित भारी मन तुम्हारे पास वक्त़ ही कहाँ है पुरानी जमी काई हटाने के लिए जो रिसते- रिसते फिसलन भरी हो गयी अब जब चोट लगी है तब ख़्याल आया कि काश! पहले हटा पाता ये काई ©®करिश्मा राठौर #काई #nojotopoetry #nojothindi #nojotoenglish #nojotonews