जिक्र जब करते हैं लोग दोस्तों के न मिलने का हम क्या बोलें कि हमें तो नवाज़ दिया खुदा ने, हम क्या बोलें कि नवाज़ा तो हमे सुख से , पर वक़्त इतना न दिया, मिलने की भले ही आस नहीं पर भरोसा तो है ,दोस्त मेरे साथ न सही पर दिल पर उनका राज तो है , क्यों ढूंढे हम इस जहाँ में कोई और दोस्त जब दिल में कोई जगह ही नहीं . #dost