तुझसे बात ना हो पाई तेरी याद मुझे हमेशा सताई बिते बातो को लेकर आज भी तुने मुज पर नाराज़गी जताई मैंने तो सच्चाई साफ साफ बताई फिर ये गलतफेमी तेरे दिमाक से हट ना पाई तुझे मेरी याद कभी ना आई सुप्रभात। कितने दिन हुए सैर पर गए, पौधों को पानी दिए, दोस्तों से मिले, फूलों को देखे, पंछियों से बातें किये! #कितनेदिनहुए #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi