अल्फाज़ हैं मगर, कैसी कशमकश हैं कि मेरे अक्श हार गए, गैरों से क्या डरूं मुझे तो अपने मार गए।। प्रकाश कंबोज #हिंन्दीकविता #शायरी #मुहब्बत #इश्क