कि बेधड़क तितली सी तू घूमा करती है अनजान इस दुनिया से फिर भी तू सबको प्यार करती है कुछ हो ना जाए तुझे यह बात मां को दिन-रात खटकती है कैसे बचे तु उन गंदी नजरों से जो तुझे घुरा करती है ए खुदा कुछ तो रहमत कर इन बेटियों पर जो खुद को आजाद समझती है @#सन्तोष ©दिल के अरमान #sunkissed