बाबुल चाक तु, गढ़ जैसे वैसे मैं ढलूँ या की दफ़न हो जाऊं, अम्मा तेरे पल्लू का वो टुकड़ा बनूँ या की कफ़न हो जाऊं ©सावन #girlempowerment #honorkilling #Abortions #Freedom #restrictions #Society #gaon