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टर्म ब्रेक पर जब घर आया था मैं... तुझसे मिलने को..

टर्म ब्रेक पर जब घर आया था मैं...
तुझसे मिलने को...
तू मिली तो थी मुझसे...
पर सिर्फ़ मेरा दिल रखने को...

आँखों में तेरे अब वो प्यार नहीं था...
बातों में मेरी भी...
अब वो इज़हार नहीं था...
Part 4.. to be continued...
टर्म ब्रेक पर जब घर आया था मैं...
तुझसे मिलने को...
तू मिली तो थी मुझसे...
पर सिर्फ़ मेरा दिल रखने को...

आँखों में तेरे अब वो प्यार नहीं था...
बातों में मेरी भी...
अब वो इज़हार नहीं था...
Part 4.. to be continued...