मैं हुनरमंद लगता हूं खुद को। जब तुम ध्यान से सुनती हो मुझको। तुमसे मुलाकात में गुजरा वक्त कुछ यूं लगता है। जैसे बारिश का मौसम हो और जमीदार की उधारी चुकाने को कुछ और महौलत मिली हो मुझको। तुम्हारे ख्याल मुझे भी आते है। जब घर के किसी कोने में तुम पूरे दिल से याद करती हो मुझको। जब कहती हो,"मैं तुम्हारी हूं",कुछ ऐसा लगता है। जैसे कोयले का मजूर हूं मैं,और पन्ना मिला है मुझको। "कृष्णा" ऐसा नहीं करते",मैं वो बिलकुल नहीं करता। मेरे होठों पर रखकर उंगली,जो कहती हो मुझको। #lovyouforever मजूर: Labour पन्ना: Gemstone