तुमसे ही तो सीखा है खुद को समेटना दुनिया भर की खुशियां एक पल में समेटना तुमने मुझे सिखाया हर घड़ी, हर दुख,हर हालात में साथ रहा है मेरे तुम्हारा साया खुद से वादा किया है तुम्हे कभी न भूलने का भूलूँगी भी कैसे सांस लेना भी कोई भूलता है क्या भला बोलो।