तेरे दिल के करीब मैं नमक सा छनता जाता हु तुम मीठा सागर बन जाती हो जब तठ पे में शिला गगनचुम्बी तुम लहरों सा वेग क्यों लाती हो बिखरने मे मजा आता हे तुमको टकरा टकरा के निखरती जाती हो फिर भी ज़िद्दी तुम लहरों सी थककर फिर वेग बनाती हो तुम आती हो फिर जाती हो मेरा नवचेतन सजीवन जगाती हो #tapan #love #waveontherock #nojotohaldwani #nojoto #nojotohindi #poem #shayari #poetry #lifequotes #jnvians #uttrakhand #life