#DearZindagi यादें है आती है आएँगी। कैसे रोकूँ मै इन बहती सर्द हवाओं को जो तेरी यादें संग संग लाती कैसे रोकूँ मैं इन मद मस्त फिज़ाओ जो तेरे होने का एहसास दिलाती हैं गर्मी की रातों में छत पर तेरे साथ बिताए वो पल कहाँ भूली जाएंगी यादें है आती हैं आएँगी।। ©Ek Lamba safer with Adarsh upadhyay #DearZindagi